टर्म इन्शुरन्स आपके परिवार को, आपके ना रहने की अवस्था में, वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है। क्योंकि यह एक निश्चित अवधि का इन्शुरन्स प्लान होता है, आप भविष्य की अपनी प्लान्स, ज़िम्मेदारियों और देनदारियों को ध्यान में रखकर ही यह तय करते हैं कि आपको कितने समय के लिए टर्म इन्शुरन्स कवर चाहिए। उदाहरण के लिए अगर आपके बच्चे छोटे हैं तो आप देखेंगे कि वे कितने समय के बाद उच्च शिक्षा के लिए जाएंगे और उस समय आपकी ज़िम्मेदारियाँ कितनी बढ़ेंगी या अगर आपने घर के लिए क़र्ज़ लिया है तो उसकी किश्तें कितने समय तक और जाएंगी। ये सभी चीज़ें आप इसलिए ध्यान में रखेंगे क्योंकि आपके लिए यह अति महत्वपूर्ण है कि आपके ना रहने पर आपके परिवार को इन चीज़ों के लिए परेशान ना होना पड़े। और जब आप टर्म इन्शुरन्स खरीदने का निर्णय ले लेते हैं तो सबसे पहला आप ढूँढ़ते हैं कि सबसे सस्ती टर्म इन्शुरन्स कौन सी है। लेकिन आप यह नहीं जानते कि कम खर्च में अच्छी टर्म इन्शुरन्स कैसे मिलेगी। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप टर्म इन्शुरन्स खरीदते समय कैसे अपने पैसे बचा सकते हैं। टर्म इन्शुरन्स खरीदते समय पैसे बचाने के 5 सबसे अच्छे तरीके ये हैं:
जल्दी शुरूआत करें
यदि आप टर्म इन्शुरन्स खरीदना चाहते हैं तो कोशिश करें की जब आपकी उम्र अपेक्षाकृत कम हो तब खरीदें। इन्शुरन्स प्रीमियम का सीधा संबंध उम्र से होता है। आपकी उम्र जितनी कम होगी उतना ही कम प्रीमियम होगा। दूसरा, आप जितनी कम उम्र में टर्म इन्शुरन्स खरीदेंगे उतनी ही लंबी अवधि आपके पास होगी इन्शुरन्स कवर लेने के लिए। उससे भी प्रीमियम की दर पर असर पड़ता है। जिस समय आपकी उम्र कम होगी उस समय आपका स्वास्थ्य भी बेहतर होगा। उदाहरण के लिए एक तीस साल की उम्र के व्यक्ति का स्वास्थ्य एक पैंतालीस साल की उम्र के व्यक्ति से कहीं बेहतर होने की संभावना बहुत अधिक होती है। और इन्शुरन्स के प्रीमियम इसी आधार पर तय होते हैं कि निकट भविष्य में बीमाधारक के क्लेम लेने की कितनी संभावना है। तो कोशिश करें कि आप कम उम्र में ही टर्म इन्शुरन्स पालिसी खरीदें जिससे आपको कम प्रीमियम देना पड़े।
टर्म इन्शुरन्स ऑनलाइन खरीदें
आप जब भी टर्म इन्शुरन्स खरीदने का फैसला करें तो कोशिश करें कि इसे ऑनलाइन ही खरीदें। आजकल ज़्यादातर कंपनियों के अपने ऑनलाइन पोर्टल होते हैं जिनमें टर्म इन्शुरन्स को ऑनलाइन खरीदने की सुविधा होती है। आप पाएंगे कि ऑनलाइन खरीदने से आपको प्रीमियम थोड़ा कम देना पड़ेगा। इस कम प्रीमियम की दो वजहें होती हैं। पहली यह कि टर्म इन्शुरन्स ऑनलाइन खरीदने से बीच में किसी एजेंट की कोई भूमिका नहीं रहती। इससे उनको दी जाने वाली कमीशन की बचत होती है जिससे आपके प्रीमियम का खर्च कम होता है। दूसरा, इसमें कोई लंबी चौड़ी कागज़ी कार्यवाही शामिल नहीं होती, जिसका मतलब है कंपनी का संचालन का खर्चा कम होता है और उससे आपके प्रीमियम का खर्चा भी कम होता है। तो जहां तक हो सके हमेशा टर्म इन्शुरन्स ऑनलाइन ही खरीदें।
प्रीमियम भुगतान लंबी अवधि के लिए करें
इन्शुरन्स कंपनियां प्रीमियम भुगतान के लिए अलग अलग विकल्प प्रदान करती हैं। बहुत सी कंपनियां आपको प्रीमियम के भुगतान के लिए मासिक, तिमाही, छमाही या वार्षिक विकल्प देती हैं। जहां तक संभव हो आप प्रीमियम का भुगतान वार्षिक करें। मासिक या तिमाही भुगतान करने पर बहुत सी कंपनिययं अतिरिक्त अधिभार लगाती हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि यदि आप मासिक या तिमाही भुगतान करना चुनते हैं तो कंपनियों के लिए बीच में ही पॉलिसी के ख़त्म हो जाने का जोखिम बना रहता है। दूसरी और यदि आप प्रीमियम का भुगतान वार्षिक करते हैं तो कंपनियों के लिए यह जोखिम बहुत कम हो जाता है। कई कंपनियां प्रीमियम की राशि के एकमुश्त भुगतान की सुविधा भी देती हैं, यानी आप पूरी अवधि के प्रीमियम का भुगतान एक ही बार कर देते हैं। इससे कंपनियां आपको प्रीमियम पर डिस्काउंट देती हैं और आपके पैसे की बचत होती है। कंपनियों का भी इसमें यह लाभ होता है कि उनके लिए पॉलिसी बीच में ही ख़त्म होने का जोखिम बिलकुल ख़त्म हो जाता है।
और पढ़े – लाइफ इन्शुरन्स कवर कितना लेना चाहिए? ऑनलाइन इन्शुरन्स कैलकुलेशन
टर्म इन्शुरन्स का कवर केवल अपनी रिटायरमेंट की उम्र तक लें
जब आप टर्म खरीदते हैं तो आप अपनी सभी ज़रूरतों, ज़िम्मेदारियों और देनदारियों को ध्यान में रखते है और उसी के आधार पर टर्म इन्शुरन्स की अवधि तय करते हैं। लेकिन टर्म बीमा की अवधि तय करने में एक और महत्वपूर्ण चीज़ है आपकी रिटायरमेंट की उम्र। आप अपनी टर्म इन्शुरन्स की अवधि अपनी रिटायरमेंट तक ही रखें। चाहे आप किसी भी उम्र में टर्म इन्शुरन्स खरीद रहे हों, इस चीज़ का ध्यान रखें कि उसकी अवधि आपकी रिटायरमेंट की उम्र के बाद की ना हो। अगर आप यह अवधि रिटायरमेंट के बाद तक रखते हैं तो आप उसके बाद भी इसके प्रीमियम का भार उठाते रहेंगे और यह आपकी बचत में से जाएगा। इसलिए बेहतर होगा की टर्म बीमा की अवधि अपनी रिटायरमेंट की उम्र से कम रखें।
स्वस्थ जीवन जियें
आखिरी लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की स्वस्थ आदतें रखें जिससे आपकी सेहत अच्छी रहे। लाइफ इन्शुरन्स में पालिसी का प्रीमियम काफी हद तक आपकी सेहत पर निर्भर करता है। यदि आप पूरी तरह से स्वस्थ हैं तो इन्शुरन्स से पहले होने वाले मेडिकल टेस्ट में आपके परिणाम अच्छे आएँगे और आपको कम प्रीमियम देना पड़ेगा। आजकल ज़्यादातर इन्शुरन्स कंपनियां कवर देते समय व्यक्ति के स्वास्थ्य के इतिहास पर बहुत ध्यान देती हैं। उदाहरण के लिए एक नियमित धूम्रपान करने वाले या तंबाकू खाने वाले व्यक्ति के लिए टर्म इन्शुरन्स का प्रीमियम 40-50% तक ज़्यादा हो सकता है। तो आपकी आदतों का भी टर्म प्लान का आपका खर्चा बढ़ाने या घटाने में बहुत बड़ा हाथ होता है। इसका ध्यान रखें। तो, ऊपर दिए गए तरीकों से आप टर्म बीमा पर किए जाने वाले अपने खर्च को काफी हद तक बचा सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि खर्च बचाने के लिए पॉलिसी की गुणवत्ता से कोई समझौता ना करें जिससे बाद में आपको या आपके परिवार के सदस्यों को किसी परेशानी का सामना करना पड़े।
आगे पढ़े: – टर्म इन्शुरन्स – कौन सी बातें इसको इतना जरुरी बनती हैं?
एलआईसी कन्यादान पॉलिसी – बेनिफिट्स, प्रीमियम और ऑनलाइन रिव्यु