रसगुल्ला (Rasgulla) कम कैलोरी वाली मिठाइयों में शामिल होने के साथ ही प्रोटीन (Protein) का बेहतरीन सोर्स भी है. इसलिए अगर आप मिठाई खाना पसंद करते हैं तो रसगुल्ला एक बढ़िया विकल्प हो सकता है. पीलिया (Jaundice) को कम करने में रसगुल्ला काफी मदद करता है.
रसगुल्ला (Rasgulla) कम कैलोरी वाली मिठाइयों में शामिल होने के साथ ही प्रोटीन (Protein) का बेहतरीन सोर्स भी है. इसलिए अगर आप मिठाई खाना पसंद करते हैं तो रसगुल्ला एक बढ़िया विकल्प हो सकता है. पीलिया (Jaundice) को कम करने में रसगुल्ला काफी मदद करता है.
रसगुल्ले के गुण
myUpchar से जुड़े डॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला बताते हैं कि रसगुल्ला कम कैलोरी वाली मिठाइयों में शामिल है. 100 ग्राम रसगुल्ले में 153 कैलोरी कार्बोहाइड्रेट, 17 कैलोरी फैट और 16 कैलोरी प्रोटीन होता है. रसगुल्ला एनर्जी से भरपूर होता है. इसके अतिरिक्त रसगुल्ले में भरपूर लैक्टोएसिड और केसिन पाया जाता है, जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है.
पीलिया में लाभकारी होता है रसगुल्लाबहुत से लोगों को इस बात की जानकारी नहीं है कि पीलिया में रसगुल्ला बहुत फायदेमंद होता है. जिस व्यक्ति को पीलिया है, यदि वह रोज सुबह एक रसगुल्ला खाएगा तो उसका पीलिया धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा.
आंखों का पीलापन दूर करता है
जिन लोगों की आंखें हमेशा पीली नजर आती है और आंखों में जलन की समस्या बनी रहती है. उनके लिए भी रसगुल्ला लाभदायक होता है. इसके लिए नियमित रूप से रोज एक रसगुल्ले का सेवन करें. आंखें अच्छी रहेंगी और आंखों का पीलापन कम होगा और जलन की समस्या भी दूर होगी.
कैल्शियम का अच्छा विकल्प है रसगुल्ला
रसगुल्ला दूध के छैने से बनता है. दूध के छैने में काफी मात्रा में कैल्शियम होता है. इसलिए रसगुल्ले के नियमित सेवन से हड्डियां भी मजबूत होती है. वहीं बुढ़ापे में हड्डियां घिस जाने या जोड़ों में दर्द होने जैसी समस्या भी नहीं रहती है.
यूरिन में जलन की समस्या नहीं होती
यूरिन में जलन की समस्या जिन लोगों को अधिकतर बनी रहती है. वे लोग भी यदि रोज रसगुल्ला खाते हैं, तो उनकी यह समस्या जल्द ही ठीक हो जाएगी. रसगुल्ला ठंडी तासीर का होता है.
गर्भवती के लिए भी होता है फायदेमंद
गर्भवती महिलाओं के शिशु का वजन बढ़ाने के लिए भी अक्सर गाइनोकोलोजिस्ट रसगुल्ला खाने की सलाह देते हैं, इसलिए गर्भवती महिलाओं को भी रोज रसगुल्ला खाना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि रसगुल्ला खाने से गर्भवती महिलाओं की सेहत ठीक रहती है.
मांसपेशियों की मजबूती में सहायक
शरीर की मांसपेशियों को मजबूती देने में प्रोटीन सहायक होता है. ऐसे में प्रोटीन की पूर्ति के लिए रसगुल्ले का सेवन लाभप्रद होता है. इसके अतिरिक्त जो लोग व्यायाम करते हैं, उनके लिए भी प्रोटीन डाइट आवश्यक होती है. वे लोग भी रसगुल्ला खा सकते हैं.
रसगुल्ला खाएं तो इन बातों की रखें सावधानी
- गर्भवती महिलाओं को रोज दो रसगुल्ले से ज्यादा का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे उन्हें डायबिटीज हो सकती है. रसगुल्ला खाने के बाद महिलाओं को रोज थोड़ा पैदल जरूर चलना चाहिए.
- myUpchar से जुड़े डॉ. लक्ष्मीदत्त शुक्ला के अनुसार, डायबिटीज के रोगियों को विशेष रूप से रसगुल्ला नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इसमें मौजूद भरपूर कार्बोहाइड्रेट शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ता है, जिससे रक्त में शुगर लेवल बढ़ जाता है.
अधिक जानकारी के लिए हमारा आर्टिकल, ये कम कैलोरी वाले स्वादिष्ट मीठे व्यंजन न केवल आपके मन को भाएंगे, बल्कि आपकी हेल्थ को भी नुकसान नहीं पहुचाएंगे पढ़ें।
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